Storytel Hindi Audiobook Podcast

Informações:

Sinopsis

A Hindi podcast about Audiobooks and books. Where every once in a while, we will be talking about everything that is on Storytel in Hindi Language, potentially could be on Storytel or just in general. It will feature author interviews, voice artist interviews, book lovers and more.We hope you join us and discuss with us. Tell us what you want to hear.www.storytel.in

Episodios

  • ऑडियोबुक रिव्यू : जूठन

    05/06/2022 Duración: 06min

    आज़ादी के पाँच दशक पूरे होने और आधुनिकता के तमाम आयातित अथवा मौलिक रूपों को भीतर तक आत्मसात् कर चुकने के बावजूद आज भी हम कहीं-न-कहीं सवर्ण और अवर्ण के दायरों में बँटे हुए हैं। सिद्धान्तों और किताबी बहसों से बाहर, जीवन में हमें आज भी अनेक उदाहरण मिल जाएँगे, जिनमें हमारी जाति और वर्णगत असहिष्णुता स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है। ‘जूठन' ऐसे ही उदाहरणों की श्रृंखला है जिन्हें एक दलित व्यक्ति ने अपनी पूरी संवेदनशीलता के साथ ख़ुद भोगा है।इस आत्मकथा में लेखक ने स्वाभाविक ही अपने उस 'आत्म' की तलाश करने की कोशिश की है जिसे भारत का वर्ण-तंत्र सदियों से कुचलने का प्रयास करता रहा है, कभी परोक्ष रूप में, कभी प्रत्यक्षत:। इसलिए इस पुस्तक की पंक्तियों में पीड़ा भी है, असहायता भी है, आक्रोश और क्रोध भी और अपने आपको आदमी का दर्जा दिए जाने की सहज मानवीय इच्छा भी।

  • पहला एपिसोड: डिटेक्टिव गिरि

    23/05/2022 Duración: 44min

    गिरि लापता लेखक युवराज ठाकुर के मामले को सुलझाने के लिए कोसरी नामक एक छोटे से गाँव में पहुँचता है। आगे जो होता है उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी! जानिए क्या हुआ!

  • ऑडियोबुक रिव्यू : गुनाहों का देवता

    16/05/2022 Duración: 10min

    धर्मवीर भारती के इस उपन्यास का प्रकाशन और इसके प्रति पाठकों का अटूट सम्मोहन हिन्दी साहित्य-जगत् की एक बड़ी उपलब्धि बन गये हैं। दरअसल, यह उपन्यास हमारे समय में भारतीय भाषाओं की सबसे अधिक बिकने वाली लोकप्रिय साहित्यिक पुस्तकों में पहली पंक्ति में है। लाखों-लाख पाठकों के लिए प्रिय इस अनूठे उपन्यास की माँग आज भी वैसी ही बनी हुई है जैसी कि उसके प्रकाशन के प्रारम्भिक वर्षों में थी।–और इस सबका बड़ा कारण शायद एक समर्थ रचनाकार की कोई अव्यक्त पीड़ा और एकान्त आस्था है, जिसने इस उपन्यास को एक अद्वितीय कृति बना दिया है. मशहूर कवि और इस पीढ़ी के लिए हिंदी के मशाल बने डॉ. कुमार विश्वास की आवाज़ का जादू इस उपन्यास को नया आकाश देता है!

  • पहला एपिसोड: बिहारी टाइगर्स

    09/05/2022 Duración: 51min

    बिहारी टाइगर्स' एक ऐसी सीरीज़ जो आपको ले जाती है उन लड़कों की दुनिया में जो पढ़ाई करने का ध्येय लेकर कोटा शहर गये थे. मगर कोटा शहर में पढ़ाई के अलावा उन्होंने लगभग सब कुछ किया! सुनिए क्या है इन लड़कों की कहानी!

  • ऑडियोबुक रिव्यू : अक्टूबर जंक्शन

    02/05/2022 Duración: 08min

    चित्रा और सुदीप सच और सपने के बीच की छोटी-सी खाली जगह में ‍10 अक्टूबर 2010 को मिले और अगले 10 साल हर 10 अक्टूबर को मिलते रहे। एक साल में एक बार, बस। अक्टूबर जंक्शन के ‘दस दिन’ 10/अक्टूबर/ 2010 से लेकर 10/अक्टूबर/2020 तक दस साल में फैले हुए हैं।एक तरफ सुदीप है जिसने क्लास 12th के बाद पढ़ाई और घर दोनों छोड़ दिया था और मिलियनेयर बन गया। वहीं दूसरी तरफ चित्रा है, जो अपनी लिखी किताबों की पॉपुलैरिटी की बदौलत आजकल हर लिटरेचर फेस्टिवल की शान है। बड़े-से-बड़े कॉलेज और बड़ी-से-बड़ी पार्टी में उसके आने से ही रौनक होती है। हर रविवार उसका लेख अखबार में छपता है। उसके आर्टिकल पर सोशल मीडिया में तब तक बहस होती रहती है जब तक कि उसका अगला आर्टिकल नहीं छप जाता।हमारी दो जिंदगियाँ होती हैं। एक जो हम हर दिन जीते हैं। दूसरी जो हम हर दिन जीना चाहते हैं, अक्टूबर जंक्शन उस दूसरी ज़िंदगी की कहानी है। ‘अक्टूबर जंक्शन’ चित्रा और सुदीप की उसी दूसरी ज़िंदगी की कहानी है।

  • पहला एपिसोड: काली रात

    25/04/2022 Duración: 01h44s

    थ्रिलर और रोमांच से भरी एक शानदार कहानी है काली रात!

  • ऑडियोबुक रिव्यू: निठल्ले की डायरी

    18/04/2022 Duración: 09min

    निट्ठले की डायरी यह हरिशंकर परसाई की एक व्यंगात्मक रचना हैं. जहाँ उन्होंने आनंद को भी व्यंग का साध्य न बननेकी कोशोश की हैं. स्थितियोंकि भीतर छिपी विसंगतियोंको प्रकट करने में कई बार अतिरंजना का आश्रय लिया हैं. लेकिन हमें दिल खोलकर हसने की बजाय थोड़ा गम्भीर होकर सोचने की अपेक्षा लेखकने की हैं

  • पहला एपिसोड: राब्ता

    11/04/2022 Duración: 52min

    मंदिरा का जीवन एक अनाथ के सपने के सच होने जैसा है - एक सुंदर मंगेतर जो उसे बेहद प्यार करता है, रहने के लिए एक नई सुंदर हवेली और वह सब कुछ जो वह चाहती है। लेकिन जैसे ही वह चंद्रताल में प्रवेश करती है, उसे महसूस होता है कि कुछ गड़बड़ है।

  • ऑडियोबुक रिव्यू: बाग़ी बलिया

    04/04/2022 Duración: 08min

    संजय को स्टूडेंट यूनियन का इलेक्शन जीतना है और रफ़ीक़ को उज़्मा का दिल। झुन्नू भइया के आशीर्वाद बिना कोई प्रत्याशी पिछले दस सालों से चुनाव नहीं जीता और झुन्नू भइया का आशीर्वाद संजय के साथ नहीं है। शहर की खोजी निगाहों के बीच ही रफ़ीक़ को उज़्मा से मिलना है और शहर प्रेमियों पर मेहरबान नहीं है। डॉक साब कौन हैं जो कहते हैं कि संजय मरहट्टा है और इस मरहट्टे का जन्म राज करने को नहीं राजनीति करने को हुआ है? शहर बलिया, जो देने पर आए तो तीनों लोक दान कर देता है और लेने पर उतारू हो तो... हँसते-हँसते रो देना चाहते हों तो सुनिए—बाग़ी बलिया...

  • पहला एपिसोड: बाबली घोष ज़िंदा है

    28/03/2022 Duración: 47min

    डिटेक्टिव बाबली घोष सबसे जटिल अपराधों को सुलझाने के लिए लगातार खुद को जीवन के लिए खतरनाक घटनाओं में डाल रही है।

  • ऑडियोबुक रिव्यू: औघड़

    21/03/2022 Duración: 10min

    कहते हैं नई जनरेशन के युवा हिंदी लेखक गाँव के बारे में नहीं लिखते क्यूँकि वे गाँव के बारे में नहीं जानते. बेस्टसेलर लेखक नीलोत्पल मृणाल का पहला उपन्यास नई जनरेशन की नज़र से गाँव को देखते हुए एक ऐसी कहानी हमारे सामने रखता है जो किसी आउटसाइडर की कल्पना नहीं. यह उपन्यास गाँव को उसके भीतर से जानने वाले का कॉम्प्लेक्स और ऑथेंटिक आख्यान है. इसे आवाज़ दी है ख़ुद लेखक ने ताकि इसके पात्रों और उनकी भाषा को भी उतना ही ऑथेंटिक स्वर मिल सके

  • पहला एपिसोड: स्नाइपर

    14/03/2022 Duración: 45min

    अनुजा का निशाना इतना शानदार है कि वो काफ़ी वक़त तक आर्मी में expert शूटर के तौर पर काम करती रही. बाद में उसने premature retirement ले लिया. आगे क्या हुआ?

  • ऑडियोबुक रिव्यू: काशी का अस्सी

    08/03/2022 Duración: 05min

    कहानियों और संस्मरणों के चर्चित कथाकार काशीनाथ सिंह का नया उपन्यास है काशी का अस्सी । जिन्दगी और जिन्दादिली से भरा एक अलग किस्म का उपन्यास । उपन्यास के परम्परित मान्य ढाँचों के आगे प्रश्नचिह्न । जब इस उपन्यास के कुछ अंश ‘कथा रिपोर्ताज’ के नाम से पत्रिकाओं में छपे थे तो पाठकों और लेखकों में हलचल–सी हुई थी । छोटे शहरों और कस्बों में उन अंक विशेषों के लिए जैसे लूट–सी मची थी, फोटोस्टेट तक हुए थे, स्वयं पात्रों ने बावेला मचाए थे और मारपीट से लेकर कोर्ट–कचहरी की धमकियाँ तक दी थीं । अब वह मुकम्मल उपन्यास आपके सामने है जिसमें पाँच कथाएँ हैं और उन सभी कथाओं का केन्द्र भी अस्सी है । हर कथा में स्थान भी वही, पात्र भी वे हीµअपने असली और वास्तविक नामों के साथ, अपनी बोली–बानी और लहजों के साथ । हर राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दे पर इन पात्रों की बेमुरव्वत और लट्ठमार टिप्पणियाँ काशी की उस देशज और लोकपरंपरा की याद दिलाती हैं जिसके वारिस कबीर और भारतेन्दु थे ! उपन्यास की भाषा उसकी जान हैµभदेसपन और व्यंग्य– विनोद में सराबोर । साहित्य की ‘मधुर मनोहर अतीव सुंदर’ वाणी शायद कहीं दिख जाय ! सब मिलाकर काशीनाथ की नजर में ‘अस्सी’ पि

  • पहला एपिसोड: इश्क़ के दाने

    28/02/2022 Duración: 48min

    अंकिता की ज़िंदगी अपने पति और उनके दो बच्चों के इर्द-गिर्द घूमती रही थी. उसके पास बाकी दुनिया के लिए बिल्कुल वक़त नहीं था. लेकिन एक दिन उसने अपने पुराने दोस्त उदय का लिखा article अख़बार में पढ़ा. इस एक article को पढ़ने के बाद अंकिता ने फ़ैसला किया कि वो उदय से मिलेगी. दोनों की ये मुलाक़ात क्या रंग लाएगी? 

  • पहला एपिसोड: ग़ुस्ताख़ इश्क़

    24/02/2022 Duración: 56min

    इश्क़ नहीं आसां: मिताली और विकास के शादीशुदा रिश्ते की गर्मजोशी ग़ायब हो चुकी थी और उसमें खालीपन भर गया था ऐसे में एक फ़ॉरेन ट्रिप के दौरान मिताली की बिजनस टाइकून, रोनित से नजदीकियां बढ़ गई. लेकिन क्या विकास से दूर जाना मिताली के लिए आसान होगा?

  • Phir Milenge Kabhi

    10/02/2022 Duración: 02min

    Mil hi jayenge kissi khwab mein aate jaatey … Payal, the girl blessed with a voice as lilting as the sound of anklets on petite feet. Her rendition of songs perfect to each beat, her pitch unfailing, even at the highest notes. Sometimes, all it takes for a love story to unfold is a song.A perfect season to #listen to one of the most loved original #AudioDrama on #storytel.. enjoy the soulfully created music video and come to storytel for more "Phir Milenge Kabhi" Starring SehbanAzim and Nishka Raheja

  • 80: मैं कोई "अच्छा इंसान" नहीं हूँ लेकिन अभी अच्छा काम कर रही हूँ : कोविड-योद्धा अणु शक्ति सिंह

    06/05/2021 Duración: 27min

    हिंदी की प्रसिद्ध उपन्यासकार अणु शक्ति सिंह अपने ऑफ़िस से छुट्टी लेकर कोविड पीड़ितों की मदद के काम में पूरे कमिटमेंट और पैशन से जुटी हुई हैं. जिस तरह का काम वो कर रही हैं उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए हम यह बातचीत उन सब लोगों के नाम करते हैं जो अणु की तरह बहादुरी और प्यार की इस प्रेरक वर्चुअल मानव शृंखला से जुड़े हुए हैं और जुड़ते जा रहे हैं.  

  • 79: मिलिये स्टोरीटेल के पहले ओरिजिनल हिंदी ऑडियो ड्रामा के राइटर्स दीपा और श्रीकांत से

    08/07/2020 Duración: 37min

    इस पोडकास्ट में हम बात कर रहे हैं हमारे पहले ओरिजिनल ऑडियो ड्रामा 'फिर मिलेंगे की' जिसके ख़ास आकर्षण हैं सेहबान अज़ीम.  इसकेलेखक दीपा गणेश और श्रीकांत अग्नीश्वरण बात कर रहे हैं एडिटर क्रियेटर सुरोमिता रॉय से इसकी कहानी, इसके संगीत और ऋषि-पायल की उस  अद्भुत प्रेमगाथा की,  कोलकाता से पेरिस और न्यूयॉर्क के उसके गुनगुनाते सफ़र  की. ऋषि की कविता, पायल की आवाज़ यानि प्यार का संगीत. आप हमारे साथ ज़रूर साझा करें कि आपको 'बोलती किताबें' कैसा लग रहा है और आप इसमें क्या सुनना पसंद करेंगे?  email: support@storytel.in स्टोरीटेल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ जाएँ. अपना ख़याल रखिए, हो सके तो रोज़ कोई किताब सुनिए या पढ़िए. 

  • 78: सेलेब्रिटीज़ का किताबें नैरेट करना इंडिया में भी कॉमन होता जायेगा: सुकीर्ति शर्मा

    18/06/2020 Duración: 36min

    हम सब के जीवन में एक अप्रत्याशित आपदा की तरह कोरोना संक्रमण के आने से पहले हमने 'बोलती किताबें' में स्टोरीटेल इंडिया में पब्लिशर सुरोमिता रॉय और ऑडियो प्रोडक्शन मैनेजर राहुल पाटिल के साथ बातचीत की थी ताकि जो श्रोता लेखक या वायस आर्टिस्ट के रूप में हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं, उनके प्रश्नों का एक जगह जवाब उपलब्ध हो जाये। स्टोरीटेल इंडिया की मार्केटिंग हेड सुकीर्ति शर्मा के साथ यह बातचीत उसी सिलसिले में उन सवालों के बारे में है जो भारत में ऑडियोबुक्स के  वर्तमान और भविष्य के बारे में सामान्यतः उठते हैं. सुकीर्ति एक स्वावलम्बी, स्वंतंत्र स्त्री हैं जिसकी झलक इस बातचीत में आपको मिलेगी. यह बातचीत फरवरी के सुहाने दिनों में हमारे मुंबई ऑफिस में रिकार्ड की गयी थी और तब यह नहीं पता था कि आने वाले दिनों में 'बोलती किताबें' के दस एपिसोड एक ग्लोबल महामारी के बारे में होंगे। आप हमारे साथ ज़रूर साझा करें कि आपको 'बोलती किताबें' कैसा लग रहा है और आप इसमें क्या सुनना पसंद करेंगे?  email: support@storytel.in स्टोरीटेल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ जाएँ. अपना ख़याल रखिए, हो सके तो रोज़ कोई किताब सुनिए या पढ़िए. 1. कैसी आव

  • 77: सोशल मीडिया हमारी आँखों, कानों और उंगलियों का उपभोग कर रहा है : विनीत कुमार

    31/05/2020 Duración: 01h24min

    यह पॉडकास्ट कोरोना वायरस के हम सब के जीवन में आने से पहले रिकार्ड किया गया था. पुराने नॉर्मल में - एक स्टूडियो में, आमने सामने बैठकर, शुरू करने से पहले चाय पीते हुए. साउथ डेल्ही के उस स्टूडियो में बैठे हुए हमें, 20 फरवरी को, चीन और योरोप के बारे में पता था लेकिन ख़ुद हमारा जीवन इस तरफ़ जाने वाल है इसका कोई आइडिया नहीं था, सच में.  जाने माने मीडिया क्रिटिक विनीत कुमार ने हिंदी मनोरंजन चैनलों के प्राइम टाईम कंटेंट पर पी.एच डी की है. वे ब्लॉगिंग के ज़माने से हिंदी पब्लिक स्फीयर के डिजिटल फैलाव के एक सहभागी और  गहन आलोचक दोनों रहे हैं. सोशल मीडिया के साथ साथ टेलिविज़न और रेडियो पर भी उन्होंने काम किया है. 'उनकी प्रकाशित किताबें हैं मंडी में मीडिया' और 'इश्क़ कोई न्यूज़ नहीं'. इस बातचीत में वे हिंदी डिजिटल स्पेस की अब तक की यात्रा - मेल, ब्लॉग से फ़ेक न्यूज़ और अब्यूज़ तक - के विभिन्न पहलुओं पर बात कर रहे है.   Vineet Kumar's Picture: Jai Pandya 

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